Posted inBlog
हिंदुओं संभल जाओ वरना संभल जैसे हालात हो जाएँगे।
जागरूकता के सभी दावे, सुरक्षा के सभी आश्वासन और बड़े संगठनों के तमाम विस्तार के बावजूद मु^^^मानों को जो करना होता है वे कर लेते है।
थोड़ा निरपेक्ष होकर देखिए, वे अपना काम चुपचाप कर रहे हैं।