सोशल मीडिया, AI और मनोवैज्ञानिक प्रभाव: एक चिंतन

सोशल मीडिया, AI और मनोवैज्ञानिक प्रभाव: एक चिंतन

आज के डिजिटल युग में, सोशल मीडिया हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी महसूस किया है कि यह प्लेटफॉर्म धीरे-धीरे नकारात्मकता का अड्डा बनता जा रहा है? हाल के दिनों में यह देखा गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर नकारात्मक पोस्टों की भरमार हो गई है और सकारात्मक सामग्री की पहुंच (रीच) कम होती जा रही है। क्या यह मात्र एक संयोग है, या इसके पीछे कोई बड़ी योजना है ?