हिन्दू समाज: भीड़ से अनुशासित संगठन तक की यात्रा

हिन्दू समाज: भीड़ से अनुशासित संगठन तक की यात्रा

हिन्दू समाज में लाखों की भीड़ तो इकट्ठा हो जाती है, लेकिन अनुशासित संगठन के रूप में सामूहिक आचरण नहीं कर पाती। व्यक्तिगत रूप से बुद्धिमान और सक्षम होने के बावजूद सामूहिक व्यवहार में अव्यवस्था देखी जाती है।
अति राजनीतिक चर्चा को हिन्दू जागरण समझने की भूल

अति राजनीतिक चर्चा को हिन्दू जागरण समझने की भूल

सोशल मीडिया के आगमन के साथ राजनीतिक जागरूकता और जानकारी में अभूतपूर्व वृद्धि हुई। लोग हर घटना पर अपने विचार व्यक्त करने लगे। इसके परिणामस्वरूप राजनीति पर चर्चा करने और स्वयं को राजनीतिक विशेषज्ञ समझने की प्रवृत्ति बढ़ी।