अपराधियों के घर बुलडोजर चलाकर गिरा देना कोई बहुत संतोषजनक स्थिति नहीं है।

अपराधियों के घर बुलडोजर चलाकर गिरा देना कोई बहुत संतोषजनक स्थिति नहीं है।

आज जब अपराधी अपराध करते हैं, उन्हें पता है निर्णय होते होते पीढियां बीत जाएंगी, उन्हें इस बात का कोई भय नहीं है कि कानून का भी कोई रखवाला होता है।
बुलडोजर कार्यवाही केवल कुछ उत्साही जनों द्वारा अपराध की कमर तोड़ने के लिए अपनाई गई वैसी ही चतुर युक्ति है, जिस चतुराई का प्रयोग कर अदालतें अपराधी को बचाती रही है।